साथ दो आवाज़ का या क्रान्ति पुरूष बन जाओ स्वयं बन्द कर मैं का झगड़ा एकत्र हो बन जाओ हम साथ दो आवाज़ का या क्रान्ति पुरूष बन जाओ स्वयं बन्द कर मैं का झगड़ा एकत्र हो बन ज...
कई कुनबे हुए है ख़ाक, जो नफ़रत बढ़ाते थे, बचा न वंश में कोई, कभी तादाद लाखों थे, कई कुनबे हुए है ख़ाक, जो नफ़रत बढ़ाते थे, बचा न वंश में कोई, कभी तादाद लाखों थे,
अम्बर ! तुम कितने विशाल हो , जो सूर्य की तपिश को ऊष्ण भाप को अपने में समेट लेते हो, अम्बर ! तुम कितने विशाल हो , जो सूर्य की तपिश को ऊष्ण भाप को अपने मे...
आकाश गंगाओं का मर जाना, ग्रहों का बनके टूट जाना इंसानो, जानवरों, पेड़ो, पहाड़ो, समुद्रों आकाश गंगाओं का मर जाना, ग्रहों का बनके टूट जाना इंसानो, जानवरों, पेड़ो, पहाड़ो,...
सपने सच होते हैं, कुछ मेरे भी हुए, देखे थे रातो में, सबेरे वो पूरे हुए। जीना तो च सपने सच होते हैं, कुछ मेरे भी हुए, देखे थे रातो में, सबेरे वो पूरे हुए।...
माँ तुम आ जाओ पास हमारे घर आगंन का दीप जला, बादलों में क्यूँ छिप जाती हो माँ तुम आ जाओ पास हमारे घर आगंन का दीप जला, बादलों में क्यूँ छिप जाती हो